kuldeepanchal9
सहन शक्ति
Updated: Jun 1, 2021
सहन शक्ति की एक सीमा होती है
पृथ्वी पर दिन प्रतिदिन अत्याचार होते रहते हैं उसको भी भूकम्प के रूप में कुछ मचलने का अधिकार होता है
दोष बादलों का नहीं होता कि वो बरस गये....
दिल हल्का करने का अधिकार तो सबको है
तूफान को भी अपना जोश दिखाने का अधिकार होता है
समुन्द्र को भी कभी कभी अपनी शक्ति का अहसास कराने का मन होता है
इसी प्रकार कभी कभी मनुष्य भी क्रोध वश अपने विचार आवेश में आकर प्रस्तुत करता है
***डॉ पांचाल
