kuldeepanchal9
सहनशील पुरुष
सम्पूर्ण जीवन में पुरुष को न चाहते हुए भी अपने व् परिवार के पोषण के लिए कुछ कार्य करने होते हैं
शाकाहारी होने के पश्चात भी उसे खून के घूँट पीने पड़ते हैं, जीविका के लिए पोषण के लिए कभी कभी दुत्कार व् अपमान के घूँट पीने पड़ते हैं,न चाहते हुए भी भोजन के अतिरिक्त दर दर की ठोकरें खानी पड़ती हैं तब जाकर परिवार का पोषण करने में सक्षम होता है | यही पुरुष के जीवन की गाथा है }
