kuldeepanchal9
शक्तिशाली राष्ट्र
कोई लालसा नहीं देवता बनने की ,कोई लालसा नहीं प्रतिष्ठा पाने की, कोई लालसा नहीं धनवान बनने की, कोई लालसा नहीं किसी पद को पाने की,कोई लालसा नहीं धन सम्पदा एकत्र करने की
केवल लालसा है एक अच्छा नागरिक बनने की, एक अच्छा मानव कहलाने की, किसी के दुःख में सहयोग करने की, अपनी खुशियों में दूसरों को सम्मिलित करने की,समाज को सुदृढ़ बनाने की तथा एक शक्तिशाली राष्ट्र बनाने की
*** डॉ पांचाल