kuldeepanchal9
व्यक्तित्व निर्माण
Updated: Jun 1, 2021
डॉक्टर के यहाँ चोट का उपचार हो जाता है लेकिन दिल पर लगी चोट का नहीं
नाई के यहाँ सिर का बोझ कम होता है मन का बोझ नहीं
ज्योतिषी भाग्य का निर्माण नहीं करते लेकिन एक सांत्वना मिलती है
मन्दिर में किसी भी समस्या का समाधान नहीं होता लेकिन मन मस्तिष्क को शांति मिलती है
लेकिन विद्यालय में एक मानव के व्यक्तित्व का निर्माण होता है
जो समाज व देश को सुदृढ़ बनाता है
अतः शिक्षकों की महत्ता को स्वीकार कीजिये
*** डॉ पाँचाल
