kuldeepanchal9
निष्ठावान
किसी मानव के कार्य के प्रति निष्ठां, लग्न,कर्तव्य परायणता,कर्मठता व् परिश्रम को केवल विद्वान ही समझ सकता है अन्य कोई मानव नहीं
उदाहरण: एक बाँझ स्त्री प्रसव वेदना को समझने में असमर्थ होती है
*** डॉ पांचाल

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