kuldeepanchal9
नमन व मनन
Updated: Jun 1, 2021
मन बड़ा ही चंचल है मन पर नियंत्रण नहीं किया जा सकता यह अटल सत्य है
मन में उत्पन्न सकारात्मक व नकारात्मक सोच को बदला जा सकता है
केवल न लगने से जीवन सार्थक हो सकता है
मन से पहले न लगाने से
नमन बन जाता है
मन के अंत में न लगाने से मनन हो जाता है
अतः दूसरों को नमन करिये
व स्वयं को मनन करने के साथ साथ अपने जीवन के उद्देश्य को पूर्ण करके जीवन को सार्थक बनाएं
***डॉ पांचाल