kuldeepanchal9
जीवन में प्राप्ति
जीवन के अंतिम चरण में मनुष्य ने जीवन में क्या प्राप्त किया यह नहीं आँका जाता, मनुष्य ने जीवन भर क्या खरीदा उसका मूल्यांकन नहीं किया जाता,मनुष्य की क्षमता क्या थी इसका आंकलन नहीं किया जाता अपितु उसके चरित्र को देखा जाता हैं, उसने परिवार के साथ -साथ समाज के लिए क्या- क्या किया , उसने कितनी सफलता प्राप्त की उसको नहीं देखा जाता अपितु सफलता के महत्व को देखा जाता है |
अत; स्वयं, परिवार के साथ साथ समाज व् देश हित हो ध्यान में रखकर कर्म करना चाहिए
*** डॉ पांचाल