kuldeepanchal9
ज्ञानी व अज्ञानी
मानव विद्यालय में पुस्तकें पढ़ता है तरह तरह की पुस्तकें पढ़कर ज्ञानवान बनता है ग्रंथों व शास्त्रों का अध्य्यन करके विद्वान की श्रेणी में आता है
दूसरे मानव को समझने व पढ़ने का अथक प्रयास करता है
लेकिन स्वयं को समझने व पढ़ने में सक्षम नहीं हो पाता जिससे वह अज्ञानी की श्रेणी में आता है
*** डॉ पाँचाल