kuldeepanchal9
आसक्ति या लत
विश्व में मानव को भांति -भांति की लत है किसी को चाय की,किसी को कॉफ़ी की, किसी को मदिरापान,तम्बाकू,सिगरेट,गुटका किसी को अन्य नशे की लेकिन इससे विपरीत ऐसे भी मानव इस जगत में हैं जिनको लत लगी है वतन से प्रेम की,कर्म क्षेत्र में अपने कर्तव्यों को पूर्ण करने की, किसी को दूसरे के दुःख में दुखी होने की, किसी को दूसरे से प्रेम करने की, किसी को परमेश्वर से मिलन की, किसी को अपने आंसुओं को पीने की
*** डॉ पांचाल