May 1 1 min अपने व् सपने १५ से २० वर्ष की आयु में युवक/युवती के कुछ अपने होते हैं मन मस्तिष्क में कुछ सपने होते हैं समय व्यतीत होने के साथ साथ ३० वर्ष के पश्चात...
May 1 1 min स्वयं द्वारा जीवन को कष्टमय बनाना हम कभी भी किसी भी अपरिचित,दुष्ट,चोर व् कामी व्यक्ति को अपने घर में प्रवेश नहीं देते लेकिन मन मस्तिष्क में दूसरों के प्रति घृणा,छल कपट,...
kuldeepanchal9Feb 41 minअपने व् पराये मनुष्य को अपने पराये का ज्ञान अवश्य होना चाहिए | युद्ध से पूर्व अर्जुन ने भी श्री कृष्णजी से निवेदन किया था कि मेरे रथ को दोनों सेनाओं के...
kuldeepanchal9Feb 31 minप्रेम व् प्यास मानव जीवन में समय समय पर घटनाएँ होती रहती हैं जिससे उसको कभी विकार मिलता है, कभी चिंता मिलती है, कभी शोक और कभी आनंद | कभी उसको मनचाहा...
kuldeepanchal9Feb 11 minINDISCIPLINE BY HUMAN BEING Everything created by God runs in discipline, Whether it is root or not, that conscious does not change its own religion. Then what...
kuldeepanchal9Feb 11 minमनुष्य की अनुशासनहीनताईश्वर की बनाई हर वस्तु अनुशासन में चलती है, जड़ हो या, हो वह चेतन निज धर्म नहीं बदलती है। फिर उसकी बनाई सर्वश्रेष्ठ कृति मानव को क्या हो...
kuldeepanchal9Jan 251 minExams attend by the human being In the life of human beings, unique tests keep happening from time to time. When will the exam take place? There is no prior information....
kuldeepanchal9Jan 251 minमनुष्य की नित नई नई परीक्षाएं मनुष्य के जीवन में अनूठी परीक्षा समय समय पर होती रहती है । परीक्षा कब होगी ? पहले से कोई जानकारी नहीं होती है । परीक्षा का कोई निश्चित...
kuldeepanchal9Jan 221 minहिन्दुओं की एकजुटता पर प्रश्नचिन्हकटु सत्य विश्व गुरु सर्वश्रेष्ठ महान भारत राष्ट्र का चरित्र और हम हिन्दू भारतीयों का चरित्र का कहाँ तक गिरेगा और कब तक पतन होगा और इससे...
kuldeepanchal9Jan 181 minHuman life as like as seaHuman's life is also like the sea, just as the waves keep coming in the sea, sometimes it leaves sand particles, sometimes germs leave...
kuldeepanchal9Jan 181 minमनुष्य के जीवन में समुन्द्र रुपी लहरें मनुष्य का जीवन भी समुन्द्र की तरह ही है जिस प्रकार समुन्द्र में लहरें आती रहती हैं कभी रेत के कण छोड़ जाती है कभी कीटाणु विषाणु छोड़ जाती...
kuldeepanchal9Jan 141 minMan has different kind of face In this race of life and in this creation, man is the most color changing creature in a single day, that means his face changes color on...
kuldeepanchal9Jan 141 minमनुष्य के भिन्न भिन्न रूप जीवन की इस भाग दौड़ व् इस सृष्टि में मनुष्य एक ही दिन में सबसे अधिक रंग बदलने वाला प्राणी है तात्पर्य दिन में कई अवसरों पर उसका चेहरा...
kuldeepanchal9Jan 101 minकर्म व् क्रिया कर्म किसे कहते हैं ? कर्म कृ धातु से बना हैं जिसका अर्थ होता है क्रिया करना | संस्कृत के विद्वानों ने कर्म को इस प्रकार परिभाषित किया हैं...
kuldeepanchal9Jan 41 minमन मस्तिष्क में दूसरे मनुष्य की परख सभी भौतिक वस्तुओं का विनाश निश्चित होता है | जिन पुस्तकों के द्वारा एक मनुष्य का भविष्य बनता है या जिन पुस्तकों व् लेखन सामग्री (कॉपी)...
kuldeepanchal9Jan 41 minप्रेम, पैसा व प्रगति ऐसा कहा जाता है की आज से ५० वर्ष पूर्व तक धन की कमी हुआ करती थी पैसा कम हुआ करता था लेकिन आपस में प्रेम था | एक दूसरे से लगाव सहानभूति...
kuldeepanchal9Jan 31 minजीवन मरण जीवन मरण परमेश्वर के आधीन होता है | मनुष्य की मृत्यु का समय व् स्थान निश्चित होता है जिसके विषय में किसी को कोई ज्ञान नहीं होता है |...
kuldeepanchal9Jan 11 minSomeone & Dreams Years come and go in the human's life. The past years leave their memories by separating someone's own, new ones are added to someone's...
kuldeepanchal9Jan 11 minवर्ष में अपने व् सपने मनुष्य के जीवन में वर्ष आते जाते रहते हैं | बीते वर्ष किसी के अपने बिछुड़ कर अपनी स्मृति छोड़ जाते हैं किसी के जीवन में नए अपने जुड़ जाते...
kuldeepanchal9Dec 31, 20211 minअर्जन,सृजन व् विसर्जन कुछ भी प्राप्त करने के लिए या अर्जन व् सृजन करने में कठिन परिश्रम व् पर्याप्त समय की आवश्यकता होती है | चाहे वह परमात्मा से अंतर्ध्यान...
kuldeepanchal9Dec 29, 20211 minCLEVER AND INTELLIGENT MAN Man is becoming very clever and intelligent, he cannot understand the respect, attachment, love and sympathy given by others, but...
kuldeepanchal9Dec 29, 20211 minचतुर,चालाक व् समझदार मनुष्य मानव बहुत चतुर, चालाक व् समझदार होता जा रहा है वह दूसरों के द्वारा दिए गये मान सम्मान, आदर, लगाव, प्रेम व् सहानभूतिको नहीं समझ सकता...